**चंद्रपुर में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन**
चंद्रपुर: १० दिसम्बर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर श्रमिक पत्रकार संघ क्लब , चंद्रपुर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन संजय रामटेके और सरिता मालू द्वारा किया गया, जिसमें मानवाधिकारों की जागरूकता और उनकी रक्षा पर विचार-विमर्श किया गया। इस आयोजन में शहर के प्रमुख पत्रकार, समाजसेवी, और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हुए।
**कार्यक्रम की अध्यक्षता और उद्धाटन:**
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रतिष्ठित व्यक्तित्व **प्रा. महेश पानसे** ने की, जबकि उद्घाटन का कार्य **मा. उमेश सिंह सोलंकी (प्रधान संपादक, डेली खबर मीडिया)** ने किया। उन्होंने मानवाधिकारों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में हर व्यक्ति को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए।
**मार्गदर्शन:**
कार्यक्रम में विशेष मार्गदर्शन **मा. अँड फरहात बेग** द्वारा दिया गया, जिन्होंने मानवाधिकारों के कानूनी पहलुओं और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया।
**सत्कार और सम्मान समारोह:**
इस अवसर पर चंद्रपुर के कई प्रमुख पत्रकारों और समाजसेवकों को सम्मानित किया गया:
– **मा. प्रशांत विघ्नेश्वर** (अध्यक्ष, श्रमिक पत्रकार संघ चंद्रपुर)
– **मा. प्रविण बत्की** (सचिव, श्रमिक पत्रकार संघ चंद्रपुर)
– **मा. बी. यू. बोर्डेवार** (लोकमत शहर प्रतिनिधि, राजुरा)
– **मा. अनिल देठे** (संपादक, विदर्भ समाचार)
– **मा. उमाकांत घोटे** और **मा. मसुद सर** (ज्येष्ठ पत्रकार)
– **मा. रमेश निषाद** (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र पत्रकार संघ)
– आबाजी झाडे, रामअवतार सोनी, प्रविन मेकर्तिवार
इसके अलावा, समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए समाज सेविकाओं और कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया, जिनमें **मा. वर्षा कोटेकर**, **मा. कल्पना शिंदे**, **मा. संगीता डाहुले**, और **मा. वैभव मोडक** शामिल थे।
**कार्यक्रम संचालन और आयोजन:**
कार्यक्रम का कुशल संचालन **आदित्य भाके** ने किया। इस आयोजन के सफल क्रियान्वयन में **मा. संजय रामटेके**, **मा. सरिता मालु**, और **मा. मुन्ना खेडकर** का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
**मानवाधिकारों की जागरूकता पर बल:**
कार्यक्रम के दौरान सभी वक्ताओं ने एक स्वर में मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनके उल्लंघन को रोकने के लिए सामाजिक सहयोग और संवेदनशीलता की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के अंत में वक्ताओं और अतिथियों ने मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए मिलकर कार्य करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। यह आयोजन चंद्रपुर में मानवाधिकारों की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में यादगार बना।